Direct Benefit Transfer (DBT): इसके बिना नहीं मिलेगा किसी भी योजना से पैसे , जानिए पात्रता ,आवेदन प्रक्रिया।

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आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानेंगे कि डीबीटी (Direct Benefit Transfer) क्या है और इसे किस प्रकार से अपने बैंक अकाउंट में लिंक किया जा सकता है। डीबीटी, जिसे 1 जनवरी 2013 को शुरू किया गया था, भारत सरकार का एक प्रमुख पोर्टल है जो विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ को सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर करता है। आइए विस्तार से जानें कि डीबीटी कैसे काम करता है और इसके लाभ क्या हैं।

Table of Contents

Direct Benefit Transfer

डीबीटी का Full Form “Direct Benefit Transfer” है। यह भारत सरकार का एक पोर्टल है जिसके माध्यम से अनेक सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाली धनराशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। डीबीटी की शुरुआत जनवरी 2013 में की गई थी। शुरुआत में इसे केवल कुछ जिलों में लागू किया गया था, लेकिन बाद में इसकी उपयोगता बढ़ाई गई और अब यह पूरे देश में लागू है।

Advantages Of Direct Benefit Transfer

डीबीटी के माध्यम से सरकार ने मध्यस्त याने दलाल की भूमिका को समाप्त कर दिया है, जिससे लाभार्थियों को उनका पूरा लाभ मिल सके। इसके कुछ प्रमुख लाभ निचे दिए हैं।

डीबीटी के तहत धनराशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना नहीं रहती।
धनराशि के ट्रांसफर की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होती है, जिससे लाभार्थी को समय पर और सही राशि मिलती है।
दलालो के हटने से समय की बचत होती है और लाभार्थी को जल्दी लाभ मिलता है।

Direct Benefit Transfer Scheme

डीबीटी के तहत कई सरकारी योजनाएं आती हैं। यदि आप जानना चाहते हैं कि कौन-कौन सी योजनाएं डीबीटी के तहत आती हैं, तो आप डीबीटी की ऑफिसियल वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट पर होम पेज पर ‘स्कीम्स एंड सर्विसेज’ का विकल्प मिलेगा। इस पर क्लिक करके आप देख सकते हैं कि कितनी और कौन-कौन सी योजनाएं डीबीटी के तहत आती हैं।

Direct Benefit Transfer के लिए आवेदन कैसे करें?

यदि आप डीबीटी योजनाओं के तहत आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी जैसे।

  • जन्म प्रमाणपत्र
  • निवास प्रमाणपत्र
  • मोबाइल नंबर
  • बैंक खाता पासबुक
  • ईमेल आईडी
  • आधार नंबर

Direct Benefit Transfer आवेदन करने की प्रक्रिया।

  • सबसे पहले Direct Benefit Transfer की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं।
  • वेबसाइट पर ‘ऑनलाइन अप्लाई’ का विकल्प मिलेगा, इस पर क्लिक करें।
  • जिस श्रेणी की योजना के लिए आप आवेदन करना चाहते हैं, उसे चुनें जैसे किसान, छात्र, महिला आदि।
  • संबंधित योजना का फॉर्म भरें जिसमें आपका नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर आदि की जानकारी भरनी होगी।
  • आवश्यक Documents अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें।
  • बैंक अकाउंट में आधार और एनपीसीआई डीबीटी लिंक कैसे करें

डीबीटी के लाभ प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि आपका बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक हो। इसके लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाई जा सकती है.

  • एनपीसीआई की वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले अपने मोबाइल या लैपटॉप के ब्राउजर में एनपीसीआई की वेबसाइट खोलें।
Direct Benefit Transfer
  • आधार सीडिंग इनेबलर पर क्लिक करें एनपीसीआई की वेबसाइट पर कंज्यूमर सेक्शन में ‘आधार सीडिंग इनेबलर’ का विकल्प मिलेगा, इस पर क्लिक करें।
Direct Benefit Transfer
  • आधार नंबर और कैप्चा कोड भरें अपने आधार नंबर और कैप्चा कोड को भरें और चेक स्टेटस पर क्लिक करें।
  • ओटीपी वेरिफिकेशन आपके आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, उसे भरें और सबमिट करें।
  • स्टेटस चेक करें अब आप चेक कर सकते हैं कि आपका आधार कार्ड आपके बैंक खाते से लिंक है या नहीं।
अन्य बैंक में Direct Benefit Transfer लिंक कैसे करें

यदि आप अपने वर्तमान बैंक से हटाकर किसी अन्य बैंक में डीबीटी लिंक करना चाहते हैं, तो निचे दिए गए प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।

  • सबसे पहले पीएफएमएस की वेबसाइट खोलें।
  • वेबसाइट पर ‘पेमेंट स्टेटस’ के विकल्प पर क्लिक करें और अपने बैंक अकाउंट की जानकारी भरें।
  • एसएसयूपी की वेबसाइट पर जाकर अपने आधार कार्ड का स्टेटस चेक करें।
  • जिस बैंक में आप लिंक करना चाहते हैं, उसकी वेबसाइट पर जाकर आधार और एनपीसीआई डीबीटी लिंक करने का फॉर्म भरें।

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संपर्क और सहायता

यदि आपको डीबीटी से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता चाहिए, तो आप डीबीटी की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर ‘कांटेक्ट अस’ के विकल्प पर क्लिक कर सकते हैं। वहां से आप हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं और अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।

इस प्रकार से आप बिना बैंक गए घर बैठे ही अपने बैंक अकाउंट में आधार और एनपीसीआई डीबीटी को लिंक कर सकते हैं। उम्मीद है कि यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए उपयोगी रही होगी। धन्यवाद!

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डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) क्या है?

DBT का मतलब है डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर। यह भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी, 2013 को शुरू की गई एक प्रणाली है, जिसका उद्देश्य लाभों और सब्सिडी को सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित करना है। इससे बिचौलियों की भूमिका खत्म होती है और पारदर्शिता बढ़ती है।

DBT क्यों लागू किया गया?

DBT लागू करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंचें, बिना किसी देरी या गड़बड़ी के। इसका उद्देश्य धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार को कम करके कल्याणकारी योजनाओं की दक्षता में सुधार करना है।

DBT कैसे काम करता है?

DBT के तहत, लाभार्थियों के बैंक खातों में धनराशि सीधे उनके आधार नंबर का उपयोग करके स्थानांतरित की जाती है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सब्सिडी और अन्य लाभ समय पर और बिना किसी दलालो के सीधे प्राप्तकर्ताओं तक पहुंचें।

कौन-कौन सी योजनाएं DBT के तहत आती हैं?

शुरुआत में, DBT के तहत विभिन्न क्षेत्रों की 27 योजनाएं शामिल थीं। समय के साथ, इसे काफी विस्तारित किया गया है। 12 दिसंबर, 2014 से DBT में एलपीजी सब्सिडी, MGNREGA मजदूरी, छात्रवृत्ति, पेंशन आदि शामिल हैं।

DBT के लाभ क्या हैं?

1) धनराशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में पहुँचाया जाता है।
2) दलालो की भूमिका खत्म होने से धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाती है।
3) लाभों का तेजी से और कुशलता से हस्तांतरण।
4) सरकारी लाभों के वितरण में अधिक पारदर्शिता।

मैं कैसे जांच सकता हूं कि मेरा बैंक खाता DBT से जुड़ा है या नहीं?

आप DBT या आधार की आधिकारिक वेबसाइटों के माध्यम से अपने बैंक खाते की लिंकिंग स्थिति जांच सकते हैं। इसके लिए आमतौर पर अपने आधार नंबर को दर्ज करके और पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को सत्यापित करके किया जा सकता है।

मैं अपने बैंक खाते को DBT से ऑनलाइन कैसे लिंक कर सकता हूं?

1)आधिकारिक DBT या आधार वेबसाइट पर जाएं।
2)अपना आधार नंबर और बैंक विवरण दर्ज करें।
3)पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को वेरिफाई करें।
4)बैंक खाते को DBT से लिंक करने के लिए फॉर्म जमा करें।

अपने बैंक खाते को DBT से लिंक करने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता है?

1) आधार कार्ड
2) बैंक खाता विवरण
3) मोबाइल नंबर (आधार और बैंक खाते से जुड़ा)
4) ईमेल आईडी

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