How to Become a DSP : पुलिस ऑफिसर बनने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है क्योंकि पुलिस विभाग में ऑफिसर का पद काफी महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण होता है, चाहे वह डीएसपी, एसपी, या एसएसपी का ही क्यों न हो । आज हम डीएसपी पद के बारे में जानेंगे। डीएसपी का अर्थ होता है डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस, जिसे हिंदी में ‘उप पुलिस अधीक्षक’ कहा जाता है।
यह पोस्ट अक्सर उन युवाओं की पहली पसंद होती है जिनकी पढाई की क्षमताएँ और रैंक बहुत अच्छी होती हैं। और अगर आप डीएसपी बनना चाहते हैं, तो आपको कठिन परिश्रम करना होगा और इसके बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा करनी होगी ताकि आप इसकी तैयारी शुरू कर सकें। इस ब्लॉग में, मैं विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी दूंगा।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि डीएसपी क्या होता है, क्या योग्यता आवश्यक है, आयु सीमा क्या है, फॉर्म भरने के लिए कितने पर्सेंटेज की आवश्यकता होती है , परीक्षा में कितने स्टेप्स होते हैं, पाठ्यक्रम क्या है, वेतन कितना होता है।
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डीएसपी क्या होता है?
चलिए जानते हैं कि डीएसपी क्या होता है। डीएसपी का मतलब होता है ‘डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस’, जिसे हिंदी में ‘पुलिस अधीक्षक’ कहा जाता है। जिस तरह लोग IPS बनते हैं, ठीक उसी तरह डीएसपी भी बनते हैं। आईएएस एक्जाम यूपीएससी द्वारा कंटेंट किया जाता है, जबकि डीएसपी के लिए स्टेट लेवल के स्टेट पीएससी का इंतजाम करवाती है, जैसे कि बीपीएससी, यूपीपीएससी, यूकेपीएससी, एमपीएससी, इत्यादि। देश भर के राज्य अपना स्टेट पीएससी एग्जाम करवाते हैं।
अब, डीएसपी के कामकाज की बात करते हैं। उनका काम होता है SP को असिस्ट करना, क्योंकि एसपी का पद डीएसपी के माध्यम से बड़ा होता है। इसके लिए यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विस एग्जाम क्लियर करना होता है। एक डीएसपी को पुलिस विभागों के सभी कार्यों का प्रबंधन करना होता है, जैसे कि क्राइम को रोकना, जांच को नियंत्रित करना।
क्वालिफिकेशन क्या होती है ?
इस पोस्ट के लिए फॉर्म भरने के लिए, आपको किसी भी मान्यता प्राप्त university से ग्रेजुएशन पास होना चाहिए। यदि आप ग्रेजुएशन पास हैं, तो आप इस फॉर्म को भर सकते हैं। ग्रेजुएशन में आपको केवल पास मार्क्स होने चाहिए और आपने किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की हो। आप बीए, बीएससी, बीकॉम, या ग्रेजुएशन लेवल के किसी भी वोकेशनल कोर्स से फॉर्म भर सकते हैं।
ध्यान रखें कि किसी भी स्टेट के लिए, आपको वहां का स्थाई निवासी होना आवश्यक नहीं है। अगर आप बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, या राजस्थान से हैं, तो आपको यूपीएससी का फॉर्म भरना होगा।
Age लिमिट क्या है ?
अब हम जानते हैं कि फॉर्म भरने के लिए यहाँ उम्र कि लिमिट क्या होती है। अगर आप उत्तर प्रदेश के लिए मतलब यूपीपीएससी का फॉर्म भरते हैं, तो कमसे कम उम्र लिमिट 21 साल होती है और ज्यादा से ज्यादा उम्र लिमिट 40 साल। यह लिमिट सभी के लिए है। उम्र सीमा में जो छूट मिल रही है, वह उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए होगी। आप जिस स्टेट का फॉर्म भरते हैं, उसी स्टेट के लोगों के लिए ही छूट मिलेगी। आगे हम कैटेगरी वाइज उम्र सीमा जानेंगे।
- general category – 21 – 40 Years
- OBC Category – 21 – 45 Years
- SC/ST Category – 21 – 45 Years
- PWD – 21 – 55 Years
कितना पर्सेंट मार्क्स चाहिए ?
फॉर्म भरने के लिए सिर्फ ग्रेजुएशन पास होना चाहिए, और आप कम से कम मार्क्स में भी ग्रेजुएशन पास है याने 50% या 60% आप फॉर्म भर सकते है।
Exam के कितने स्टेज होते है ?
डीएसपी बनने के लिए आपको एग्जाम के तीन स्टेज पार करने होंगे। प्रिलिम्स, मैंस, और इंटरव्यू। इन स्टेज को पास करने के बाद ही आप डीएसपी के पद के काबिल हो सकते हैं। ध्यान रखिए अगर एग्जाम के तीनों स्टेज को पास करने के बाद ही आप डीएसपी के लिए सिलेक्ट हो पाएंगे। अगर कोई स्टूडेंट यह सोच रहा हैं कि प्रिलिम्स और मैंस को पास करने के बाद डीएसपी हो सकते हैं, तो यह गलत है। आपको इंटरव्यू भी क्लियर करना पड़ेगा। तभी आप इस सर्विस के लिए चुने जाएंगे। अगर आप इंटरव्यू में सिलेक्ट नहीं हो पाएंगे, तो आपको फिर से एग्जाम देना पड़ेगा।
सिलेबस क्या क्या होते है ?
प्रिलिम्स (Prelims)
- प्रिलिम्स में आपको दो पेपर होते हैं जनरल स्टडीज वन और जनरल स्टडीज टू।
- जनरल स्टडीज वन में 150 सवाल होते हैं 200 मार्क्स के।
- जनरल स्टडीज टू में 100 सवाल होते हैं 200 मार्क्स के।
- प्रिलिम्स के पेपर का समय 2-2 घंटे का होता है।
- पेपर में करंट अफेयर्स, इंडियन और वर्ल्ड हिस्ट्री, ज्योग्राफी, इकोनॉमिक्स, इंडियन पॉलिटिक्स, और जनरल साइंस से सवाल पूछे जाते हैं।
मैंस (Mains)
जानते हैं पेपर-2 के बारे में सीसैट के बारे में
- पेपर-2 में सीसैट (सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट) होता है।
- यह सिर्फ क्वॉलिफाइंग पेपर होता है और इसका नंबर आपके मेरिट भरते समय नहीं जुड़ता है।
- आपको इसमें कम से कम 33 पर सेंट मार्क्स लाने होते हैं।
- पेपर में मैथमेटिक्स, रीजनिंग, अंग्रेजी, और हिंदी से सवाल पूछे जाते हैं।
- यह पेपर 10वीं कक्षा के स्तर के होते हैं। \
- जब आप पिछले साल के पेपर देखेंगे, तो आपका कंफ्यूजन काफी हद तक दूर हो जाएगा।
- एग्जाम में गलत उत्तर देने पर माइनस मार्किंग भी होती है, इसलिए आपको सतर्क रहना होगा।
अब जानते है मेंस एग्जाम के सिलैबस के बारे में
उन लोगों के लिए यह एग्जाम काफी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसमें जो मार्क्स आएगा, वहीं आपके अंतिम सिलेक्शन के लिए निर्धारित करेगा। यह एग्जाम टोटल 200 मार्क्स का होता है, जिसमें से सभी पेपर्स के लिए तीन घंटे दिए जाते हैं। जो पेपर इसमें शामिल होते हैं, वह हैं जनरल हिंदी, एस्से, जनरल स्टडीज इन ए स्टूडी, जनरल स्टडीज प्रीलिम्स, और जनरल स्टडीज फॉर मोर ऑप्शंस। सब्जेक्टिव और सब्सक्राइब हिंदी से 150 क्वेश्चन पूछे जाते हैं। इसमें शब्द-ज्ञान, उपसर्ग, प्रत्यय, इत्यादि के प्रयोग के सवाल भी होते हैं।
जनरल स्टडीज पेपर में, आपको सभी 200 मार्क्स मिलते हैं। मार्क्स 800 के होते हैं। इसमें सामान्य ज्ञान, भारतीय इतिहास, अर्थशास्त्र, भूगोल, और करंट अफेयर्स से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। फिर, जनरल स्टडीज फॉर मोर ऑप्शंस में 29 विषय होते हैं, जिनमें से कोई एक चयन करना होता है। एग्रीकल्चर, बोटनी मेकेनिकल इंजीनियर, थे जूलॉजिकल ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, केमिस्ट्री ,एनिमल हसबेंडरी, इंग्लिश लिटरेचर, फिजिक्स एंड वेटरनरी ,साइंस उर्दू लिटरेचर, मैथमेटिक्स स्टैटिसटिक्स ,हिंदी लिटरेचर ज्योग्राफी मैनेजमेंट ,संस्कृत लिटरेचर इकोनामिक ,पॉलीटिकल साइंस कॉमर्स ,सोशलॉजी इंटरनेशनल रिलेशंस, अकाउंटेंसी ,फिलॉस्फी, हिस्ट्री पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, जूलॉजी एंड टेक्नोलॉजी ,मेडिकल साइंस साइकोलॉजी ,सिविल इंजीनियरिंग
आगे बढ़ते हुए, तीसरा चरण होता है इंटरव्यू का। जब आप रिम्स और मेंस एग्जाम क्वालीफाई कर लेते हैं, तो फिर आपको इंटरव्यू के लिए कॉल किया जाता है। इस इंटरव्यू में 200 मार्क्स होते हैं। इसमें कई प्रकार के सवाल पूछे जा सकते हैं, जैसे कि आपके निवास स्थान के बारे में और सबसे महत्वपूर्ण, कि क्या आप इस पद के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।
How to Become a DSP? फॉर्म कब भरना चाहिए ?
अब जानिए कि आप इन पदों के लिए फॉर्म कब भर सकते हैं। आपको जिस भी स्टेट का फॉर्म अप्लाई करना है, उसके लिए सभी स्टेट का रेट अलग-अलग होता है। हर स्टेट psc अपना नोटिफिकेशन अलग-अलग टाइम में निकालता है, इसलिए आपको ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर देखना होगा।
सैलरी कितनी मिलती है?
एक डीएसपी ऑफिसर की सैलरी हर स्टेट में अलग-अलग हो सकती है, लेकिन अगर हम एवरेज सैलरी की बात करें तो डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस का मासिक वेतन 78,000 से लेकर 96,000 तक होता है। यहाँ यह भी ध्यान देने वाली बात है कि जैसे-जैसे आपका सर्विस अधिवेशन बढ़ता जाएगा, वैसे-वैसे आपकी सैलरी भी बढ़ती जाएगी। साथ ही, बहुत सारी फैसिलिटी भी प्रोवाइड की जाती हैं।
स्ट्रेटेजी?
अगर आपने डिसाइड कर लिया है कि आपको स्टेट पीएससी एग्जाम देकर डीएसपी ही बनना है, तो आपको अभी से ही इसके सिलेबस और टाइम मैनेजमेंट पर पूरा ध्यान देना होगा। साथ ही, जनरल स्टडीज की तैयारी के लिए आपको हर सब्जेक्ट का कॉन्सेप्ट जानना बहुत जरूरी है।
इस एग्जाम का पैटर्न सिविल सर्विस एग्जाम के जैसा होता है, इसलिए लास्ट में कहूंगा पढ़ाई पर जी जान से लगे आइए। ध्यान दें, आपकी स्टडी से जुड़ी बातें सुनकर आप मोटिवेट हो सकते हैं, जिससे आपको अपने स्ट्रेटजी बनाने में सुविधा हो। धन्यवाद।
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